श्री विष्णु चालीसा Pdf | Vishnu chalisa pdf


विष्णु चालीसा
 भगवान विष्णु की महिमा का गुणगान करता है। इसमें चालीस छंद होते हैं। यह श्री हरि विष्णु के अनंत रूपों का वर्णन करती है।

इसका पाठ करने से भक्तों को सुख और शांति मिलती है। वे समृद्धि और मोक्ष की प्राप्ति करते हैं। विष्णु चालीसा का पाठ करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है।

यह पाठ नित्य करने से भगवान की कृपा बनी रहती है। भक्तों के कष्ट दूर होते हैं।

Laxmi Chalisa

Vishnu chalisa pdf

Vishnu chalisa pdf

॥दोहा॥

॥चालीसा॥

॥दोहा॥

1. आध्यात्मिक शांति और मानसिक संतुलन
विष्णु चालीसा का पाठ मन को शांति देता है। नकारात्मक विचार दूर होते हैं। भगवान विष्णु की स्तुति से तनाव कम होता है। यह चालीसा भक्तों को गहरी आध्यात्मिक अनुभूति देती है।

2. जीवन की बाधाओं और कष्टों से मुक्ति
जो व्यक्ति विष्णु चालीसा का श्रद्धा भाव से पाठ करता है, उसे जीवन में आने वाली कठिनाइयों और बाधाओं से छुटकारा मिलता है। भगवान विष्णु को पालनहार माना जाता है, और उनकी कृपा से भक्तों के दुख समाप्त होते हैं। विष्णु चालीसा का पाठ विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी होता है जो किसी प्रकार की समस्याओं से जूझ रहे होते हैं।

3. सौभाग्य और समृद्धि की प्राप्ति
भगवान विष्णु को लक्ष्मीपति कहा जाता है, अर्थात वे धन और समृद्धि के स्वामी हैं। जो व्यक्ति नियमित रूप से विष्णु चालीसा का पाठ करता है, उसके जीवन में सुख-समृद्धि आती है। आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है और घर में धन-धान्य की वृद्धि होती है।

4. मोक्ष प्राप्ति और पापों से मुक्ति
विष्णु चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति अपने पिछले जन्मों और इस जन्म के पापों से मुक्त हो सकता है। भगवान विष्णु की कृपा से मोक्ष की प्राप्ति संभव होती है, जिससे व्यक्ति जन्म-मरण के चक्र से मुक्त होकर परम आनंद को प्राप्त करता है।

5. नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों से रक्षा
विष्णु चालीसा घर और व्यक्ति को बुरी शक्तियों से बचाती है। यह चालीसा घर को सुरक्षित बनाती है।इसके पाठ से घर में सुख-शांति बनी रहती है। नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं।

  1. मत्स्य अवतार – मछली रूप में जल प्रलय से वेदों और सृष्टि को बचाया।
  2. कूर्म अवतार – कछुए रूप में समुद्र मंथन में मंदार पर्वत को सहारा दिया।
  3. वराह अवतार – सूअर रूप में पृथ्वी को राक्षस हिरण्याक्ष से बचाया।
  4. नरसिंह अवतार – आधे सिंह-आधे मानव रूप में भक्त प्रह्लाद की रक्षा की और हिरण्यकशिपु का वध किया।
  5. वामन अवतार – बौने ब्राह्मण के रूप में राजा बलि से तीन पग भूमि लेकर स्वर्ग-भूमि का संतुलन बनाए रखा।
  6. परशुराम अवतार – परशु (फरसा) धारण कर अधर्मी क्षत्रियों का नाश किया।
  7. राम अवतार – अयोध्या के राजा बनकर रावण का वध किया और धर्म की स्थापना की।
  8. कृष्ण अवतार – महाभारत में गीता का उपदेश दिया और कंस व अन्य अधर्मियों का नाश किया।
  9. बुद्ध अवतार – ज्ञान और अहिंसा का प्रचार किया (कुछ मान्यताओं के अनुसार विष्णु अवतार माने जाते हैं)।
  10. कल्कि अवतार – भविष्य में प्रकट होकर अधर्म का नाश करेंगे और सत्ययुग की स्थापना करेंगे।

shri vishnu aarti

॥ Doha ॥

॥ Chaupai ॥