विष्णु जी की आरती हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण है। इसमें भगवान विष्णु की स्तुति की जाती है। उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए प्रार्थना की जाती है।
आरती के दौरान दीपक जलाए जाते हैं और भजन गाए जाते हैं। यह घर और मंदिरों में किया जाता है। साथ में आप shree vishnu chalisa भी पढ़ सकते हैं, ये भगवन विष्णु के बारे में आपको बताती हैं, उनके द्वारा रची गयीं लीलाएं, उनके द्वारा लिए गए अवतार यही सब।
श्री विष्णु आरती (Shri Vishnu Aarti)
ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे।
भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करे।
ॐ जय जगदीश हरे॥
जो ध्यावे फल पावे, दुःख विनसे मन का।
सुख सम्पत्ति घर आवे, कष्ट मिटे तन का।
ॐ जय जगदीश हरे॥
मात-पिता तुम मेरे, शरण गहूं किसकी।
तुम बिन और न दूजा, आस करूं जिसकी।
ॐ जय जगदीश हरे॥
तुम पूरण परमात्मा, तुम अंतर्यामी।
पारब्रह्म परमेश्वर, तुम सबके स्वामी।
ॐ जय जगदीश हरे॥
तुम करुणा के सागर, तुम पालनकर्ता।
मैं मूरख खल कामी, कृपा करो भर्ता।
ॐ जय जगदीश हरे॥
तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपति।
किस विधि मिलूं दयामय, तुमको मैं कुमति।
ॐ जय जगदीश हरे॥
दीनबंधु दुःखहर्ता, तुम ठाकुर मेरे।
अपने हाथ उठाओ, द्वार पड़ा तेरे।
ॐ जय जगदीश हरे॥
विषय विकार मिटाओ, पाप हरो देवा।
श्रद्धा भक्ति बढ़ाओ, संतन की सेवा।
ॐ जय जगदीश हरे॥
श्री विष्णु आरती के लाभ
- मानसिक शांति: आरती से मन शांत होता है और तनाव कम होता है।
- भक्ति भावना: भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और भक्ति बढ़ती है।
- सकारात्मक ऊर्जा: घर में सकारात्मक वातावरण बनता है।
- संकटों से रक्षा: विष्णु जी की कृपा से जीवन के संकट दूर होते हैं।
- आध्यात्मिक विकास: आरती से आत्मिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति होती है।
- सुख-समृद्धि: घर में सुख और समृद्धि आती है।
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